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सिंधिया, दिग्गी और कमलनाथ खेमे के 6 मंत्रियों के कारण कांग्रेस के 15 विधायक नाराज, नया गुट बनाया


सिंधिया, दिग्गी और कमलनाथ खेमे के 6 मंत्रियों के कारण कांग्रेस के 15 विधायक नाराज, नया गुट बनाया

भोपाल. मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार एक बार फिर से मुश्किलों में आ सकती है। इस बार कांग्रेस के नए विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। वहीं, पहली बार निर्वाचित हुए विधायकों की शिकायत है कि प्रदेश के कई मंत्री उनकी बातों के नहीं सुन रहे हैं। वहीं, नए विधायकों ने कुछ ऐसे मंत्रियों के नाम भी बताए हैं जो विधायकों के साथ मिलकर उनके क्षेत्र में विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं। शनिवार को कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन से जहां पार्टी में शोक की लहर है वहीं, कांग्रेस के विधायकों की खेमेबाजी से सरकार चिंतित भी है।


खड़ा किया नया गुट

पहली बार निर्वाचित हुए कांग्रेस विधायकों ने अपनी ही पार्टी की सरकार से खुश नहीं हैं। विधायकों की शिकात है कि मंत्री उनके बातों को नहीं सुन रहे हैं तो अफसर नए विधायकों को तज्जवो नहीं दे रहे हैं। पहली बार नाराज विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक आनौपचारिक गुट खड़ा कर लिया है। करीब 15 विधायकों ने शुक्रवार देर रात कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के साथ बैठक की और तय किया कि विधायकों की बात नहीं सुनने वाले मंत्रियों की शिकायत कमलनाथ से की जाएगी।

इन मंत्रियों से नाराज हैं नए विधायक 
कांग्रेस के नए विधायक, कमलनाथ सरकार के छह मंत्रियों से नाराज हैं, लेकिन चार मंत्रियों के खिलाफ सबसे ज्यादा नाराजगी की शिकायतें हैं। पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव, जन जातीय मंत्री ओंकार सिंह मरकाम, सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह और महिला विकास मंत्री इमरती देवी से कांग्रेस विधायक सबसे ज्यादा नाराज हैं। हालांकि विधायकों ने ये भी कहा कि लोकनिर्माण विभाग के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और खाद्य मंत्री प्रदुम्यन सिंह तोमर कभी-कभी बातों को नहीं सुनते हैं और कभी-कभी बातों को सुनकर काम भी करते हैं।

कौन से विधायक हैं नाराज
नर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा, संजय शुक्ला, गिर्राज सिंह दंडोतिया, महेश परमार, मनोज चौधरी, सिद्धार्थ कुशवाहा, सुनील सर्राफ, आलोक चतुर्वेदी, नीरज दीक्षित, प्रद्म्युमन लोधी, भूपेन्द्र मरावी और अशोक मर्सकाले अपनी ही सरकार के मंत्रियों से नाराज हैं।



इन मंत्रियों के काम से खुश हैं विधायक
पहली बार विधायक चुने गए विधायकों ने बताया कि वो जयवर्धन सिंह, विजयलक्ष्मी साधौ, बृजेन्द्र सिंह राठौर, उमंग सिंघार, प्रियव्रत सिंह और सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल पूरी बात सुनते हैं और काम भी करते हैं।

जौरा विधायक का निधन
मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन शनिवार सुबह हो गया। जौरा विधायक के निधन से पार्टी में शोक की लहर है वहीं, कांग्रेस की सरकार एक बार फिर से अल्पमत में आ गई है।




कई विधायक जता चुके हैं नाराजगी
ये पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस के विधायकों ने अपनी सरकार के मंत्रियों के कार्यशैली पर सवाल उठाए हों, इससे पहले कांग्रेस के कई विधायक यह आरोप लगा चुके हैं कि मंत्री उनकी बातों को नहीं सुन रहे हैं। वहीं, सिंधिया खेमे की मंत्री इमरती देवी और गोविंद सिंह राजपूत ने कहा था कि अधिकारी उनकी बात को नहीं सुन रहे हैं। इमरती देवी ने तो यहां तक कह दिया था कि मेरे ही विभाग के अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है लेकिन मझसे पूठा तक नहीं जा रहा है कि किस आधिकारी का तबादला करना है या नहीं।

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