Health News: खाने में ट्रांस फैट और कम करने की तैयारी, जानिए FSSAI का क्या है नया नियम
Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) ने सभी खाद्य पदार्थों (food items) में ट्रांस फैट्स की सीमा को तय कर दिया है.
FSSAI new Regulation: अगर आप बहुत ज्यादा चिप्स, पिज्जा और तमाम तरह के जंक फूड्स खाते हैं तो आपको हाई कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियों का खतरा रहता है. आप में से बहुत से लोगों को ये पता भी होगा कि इसकी सबसे बड़ी वजह है ट्रांस फैट्स (trans fats), जिसका इस्तेमाल कंपनियां खाने-पीने की चीजों में करती हैं जिससे वो लंबे समय तक खराब न हों.
इसे भी जाने इससे होने बाली बीमारी
इस ट्रांस फैट के कारण होने वाली बीमारियों से भारत में हर साल करीब 60,000 लोगों की मौत होती है तो दुनियाभर में यह आंकड़ा पांच लाख से अधिक का है. ट्रांस फैट से हार्ट, लिवर, मोटापा, डायबिटीज और पेट से जुड़ी बीमारियों के साथ कुछ तरह के कैंसर जैसी घातक बीमारियां हो रही हैं. इस खतरे को देखते हुए 2003 में ही नॉर्वे ने फूड में ट्रांस फैट को पूरी तरह से बैन कर दिया था. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2022 तक दुनिया को ट्रांस फैट से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है.

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