मेरी सम्वेदना ..........देहली में हुए NRC, CAA, और NPR को लेकर युद्ध भगवान ने करे अब हिदुस्तान में आपस मे लड़ाई हो कहते है हिन्दू,मुस्लिम भाई भाई कहाँ गया उस समय भाई हमारा देश तो हिन्दू क्या मुसलमान क्या सिख क्या ईसाई क्या सभी जाट धर्म मिल जुल कर रहने बल देश है इसके बाबजूद भी कुछ भड़काने बाले लोग जिसे नेता कहते है उनकी सुन कर क्या ये लड़ाई करना और देश को खंड खंड करना ठीक है हम भारतीयों के लिए
आखिरकार कोन मरा अमीर या गरीब कोई लिस्ट में बता सकता है । किस की जीत हुई और कौन हारा
किसी की नागरिकता जब छीनी ही नही जा रही है तो ये संघर्ष किस ने चालू किया ये लड़ाई का विचार किसका था ऐसा करने में नागरिकता प्राप्त हो जाती जो भारतीय को पहिले से ही नागरिकता थी तभी तो लोकतंत्र में आप का सम्बाद कहने का हक शासन प्रशासन आप को दिया
यदि आप भारत के नागरिक नही होते तो एक दिन में ही आप को शासन हटा देती जेल में डाल देती । पर नही हुआ ।
सब कुछ जानने के बाद भी इस कार्यक्रम को बढ़ाया गया पैसा कहां से आया ।
हम सब भारत के नागरिक है और रहेगे मरा कोन भारत का नागरिक कोई नेता नही कोई अमीर नही सिर्फ बो जो गरीब तपके का था । लिस्ट उठा कर देख लेना ।
अपने भारत को मत बाटो अभी भी वक्त है कुछ करना हो तो देश हित का कार्य करो गरीबो की योजनाओं का क्रियान्वयन करवाओ जो पार्षद नही करता न ही विधायक नही मंत्री नेता नही समाजसेवी बनो ।।। समाजसेवी के आड़ में नेतागिरी को अंजाम देना छोड़ दो।
जय हिंद, जय भारत, जय भारत के नागरिक
एक सम्बेदना मेरी
अनंत शिव नामदेव
नागरिक अधिकार विकास मंच मध्य्प्रदेश


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